
मित्रों , एकाएक मेरा विलगाव आप लोगों को नागवार लग रहा है , किन्तु शायद आपको यह पता नहीं की मैं पिछले कई महीनो से जीवन के लिए मृत्यु से जूझ रही हूँ । अचानक जीभ में गंभीर संक्रमण हो जाने के कारन यह स्थिति उत्पन्न हो गयी है । जीवन का चिराग जलता रहा तो फिर खिलने - मिलने का क्रम जारी रहेगा । बहरहाल, सबकी खुशियों के लिए प्रार्थना ।
8/4/11 11:44 AM
.......................................
कल ही चोखेरेबाली का ड्राफ्ट बॉक्स देख रही थी तो पता लगा कि - महीने पहले सन्ध्या गुप्ता जो चोखेरबाली की सदस्य थीं ,उन्होंने अपनी बीमारी के बारे मे कभी पोस्ट लिखने की कोशिश की थी जिसे मैने अभी प्रकाशित किया है......उन्हीं के नाम से ...शायद वे किसीकारण वश इसे प्रकाशित नही कर पाईं होंगी।लेकिन उसी दिन दोपहर मे उन्होंने इसे अपने ब्लॉग पर प्रकाशित किया।मै तब भी ब्लॉग् की दुनिया से दूर ही थी ,अनजान थी।
लेकिन कल यह जानकर मैने उन्हें मेल लिखा कि उम्मीद है आप स्वस्थ होंगी अब !मुझे उत्तर की प्रतीक्षा रहेगी।
लेकिन आज ही ,मात्र 24 घण्टे बाद पिछ्ली पोस्ट पर आये राजेश उत्साही के कमेंट से यह उनकी मृत्यु का
समाचार मिलना बेहद हृदय विदारक है।
अफसोस !मै ड्राफ्ट बॉक्स की लम्बी लिस्ट मे छिपी यह पोस्ट पहले क्यों नही देख पायी । परमात्मा से दिवंगत आत्मा की शांति केलिए प्रार्थना और उनके परिवार के लिए धैर्य की कामना है!
सन्ध्या जी की उपरोक्त पोस्ट का वास्तविक समय उद्धृत कर दिया है ।-
सुजाता
8 comments:
वाकई दर्दनाक....विनम्र श्रद्धांजलि
बहुत दुःख हुआ जानकर....
डॉ.संध्या को हमारी ओर से विनम्र श्रद्धांजलि। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे।
विनम्र श्रद्धांजलि...
विनम्र श्रद्धांजलि..
नहीं सुजाता जी, मैं संध्या जी से कभी नहीं मिला। जो परिचय था वह केवल ब्लाग के माध्यम से ही था। मैं उनकी कविताओं से बेहद प्रभावित था। वे भी मेरी कविताओं पर टिप्पणी करती थीं, और मैं उनकी। अफसोस मुझे भी यह है कि उनसे परिचय बहुत देर से हुआ, और जब तक उन्हें ठीक से जान पाता, वे चलीं गईं। बस वे हमें याद आती रहेंगी।
विनम्र श्रद्धांजलि...
ईश्वर उनकी आत्मा को शान्ति दे।
Post a Comment